Wednesday 5 August 2009

स्वयंवर एक भ्रम


स्वयंवर शब्द का अर्थ देखेने जायेंगे तो अपना दूल्हा के चुनाव अपने आप। परन्तु क्या ऐसा था? राखी के स्वयंवर देखने वालो का कहना है की हिंदू धरम में स्त्री को अपना वर चुनने का अधिकार था। इसमे मेरे विचार में कुछ ज्यादा सत्यता नज़र नही आती है क्यूंकि मोटे तौर पर मुझे दो स्वयंवर के विषय में ज्ञान है- एक सीता जी का और दूसरा द्रौपदी का।

दोनों ही मेरे दृष्टिकोण से नारी अधिकारों या समानता की झलक कम और एक प्रतियोगिता होने का आभास ज्यादा दिलाती है। पहले में श्रीराम धनुष की प्रत्यंचा चढा कर विवाह करने का अधिकार प्राप्त करते है और दूसरे में अर्जुन जल में देख निशाना लगा कर। मेरे विचार से तो भारतीय समाज हमेशा से पुरूष प्रधान रह है अभी कुछ ज्यादा बदलाव नही आए है चाहे राखी के चाहने वाले कुछ भी कहते रहे।

अंत में महा घटिया सीरियल था और उस वर को सिर्फ़ गुड लुक्क कहना चाहूँगा जिसने अपने पो में कुल्हाडी मार ली है!

7 comments:

  1. और भ्रम ही ज़िंदगी है..........

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  2. सब कुछ प्रयोजित स्वांग है याने की पटा पटाया सौदा......हा हा हा

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  3. I dunno if its terminology your using or my hindi has incredibly deteriorated

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  4. swayamvar in itself was another way of showing male dominance over the opposite gender from which they had always been scared. Definitely, it was not a swayamvar of either Sita or Draupadi. Rahi baat Raaki ke swayamvar ki, to ye ek big drama tha. I hope God may bless us from such ghatia "Reality Shows" in future.

    Satish Pandey

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  5. rakhi just wanted to something different ,wanted to show how bold she is,just wanted some publicity i suppose,,,she just wanted to be in news ,,which she did

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